फसल में नीम तेल प्रयोग करने के 15 फ़ायदे (15 Benefits of Using Neem Oil in Crops)

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eem Oil आप लोगों के मन में एक सवाल जरूर आ रहा होगा, आखिर नीम आधारित पेस्टिसाइड में ऐसा क्या है जो फसल में किट नियंत्रण के लिए प्रभावशाली होने के साथ भारी मात्रा में प्रयोग किया जाता है? सबको यह बात पता है कि नीम पेस्टिसाइड अपने कड़वापन के वजह से असरदार होता है। ये तथ्य कुछ हद तक सच साबित होता है पर उतना भी नहीं। क्योंकि बरसात के मौसम में निम्बोली में भी कीड़े लगते हैं। नीम के बीज या निम्बोली में प्राकृतिक रूप से अजादिरेक्टिन (Azadirachtin) नामक तत्व पाया जाता है। यह अजादिरेक्टिन कीटों के सभी चरण में जीवन चक्र को प्रभावित करता है।

नीम तेल कैसे बनता है? How To Make Neem Oil?

कृषि क्षेत्र में प्रयोग किया जाने वाला नीम का तेल निम के बीजों से प्रस्तुत किया जाता है। फैक्ट्रियों में भारी मशीनों के सहारे हॉट प्रेसिंग और ड प्रेसिंग में से किसी एक प्रणाली से निम्बोली(निम के बीज) को पीसकर तेल निकाला जाता है। इसी नीम तेल से अज्ञादिरेटिन तत्व को अ किटनासक प्रस्तुत किया जाता है, जिसे नीम तेल आधारित जैविक किटनासक कहा जाता है। बचे हुए निम खली को खेती में जैव उर्वरक और जैव किटनासक के रूप में प्रयोग किया जाता है नीम के पत्तियों की नारियल या सरसों के तेल में उबालकर आप घर में भी नीम का तेल बना सकते हैं। लेकिन कृषि क्षेत्र में या घरेलू इस्तेमाल में ला सकते हैं।

 


·         नीम का तेल एक बेहतरीन कवकनाशी है - नीम के तेल का प्रयोग पाउडरी मिल्ड्यू, गलन (एंथ्रेक्सनोज), काले धब्बे (ब्लैक स्पॉट), पत्ति धब्बे (लीफ स्पॉट), झुलसा (ब्लाइट), स्केब जेसे फसल में लगने वाले कुछ प्रमुख फफूंद जनित बीमारियों से छूटकारा पाने के लिए फ़ायदेमंद है।

·         नीम का तेल जीवाणुनाशक है - फायर ब्लाइट एक बैक्टीरियल रोग है जिसके कारण पोधों की पत्तियां जलकर झुलस जाते हैं। इससे बचाव के लिए नीम के तेल का प्रयोग करना फ़ायदेमंद है।

·         कई प्रकार के कीटों को नियंत्रित करने में सक्षम - नीम का तेल बहुत ही असरदार कीटनाशक हे जो 150 से ज़्यादा प्रजाति के कीटों से हमारे फसल को बचाता है।

·         निमेटोड को नियंत्रित करने में कारगर - निमेटोड (सूत्रकृमि) मिट्टी में पाए जाने वाला एक परजीवी हे जो फसल के जड़ से ज़रूरी पोषक तत्वों का उपभोग करके पौधे को धीरे-धीरे नष्ट कर देता है। इससे बचाव के लिए खेत की जुताई करते समय नीम की खली का प्रयोग या पोधारोपण के बाद पौधे के जड़ में नीम तेल का प्रयोग करना फ़ायदेमंद है।

·         फसल उत्पादन पर कोई दुष्प्रभाव नहीं - पारंपरिक रासायनिक दवाओं का असर फसलों पर कई दिनों तक बना रहता है। लेकिन, नीम तेल से बने कीटनाशक से फसल के ऊपर कोई भी दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है। इसलिए, फसल पर किसी भी समय नीम तेल से बने कीटनाशक का प्रयोग करना पूटी तरह से सुरक्षित है।

·         पर्यावरण में अपघटन योग्य - नीम के तेल में पाए जाने वाला अजादिटेक्टिन बायोडिग्रेडेबल है। यह अपघटित होकर वातावरण में आसानी घुल जाता है। इसलिए, यह जीव जगत ओर पर्यावरण के लिए पूरी तरह से सुरक्षित है।

·         औषधीय फसलों की खेती में फ़ायदेमंद - औषधीय पौधों की खेती में टासायनिक कीटनाशक और उर्वरक का काफी दुष्प्रभाव देखा गया है। इसलिए, औषधीय फसलों की खेती में कीट नियंत्रण के लिए नीम के तेल का छिड़काव फायदेमंद है।

·         एक अंतर प्रवाही जैविक कीटनाशक है - नीम का तेल एक जैविक अंतर प्रवाही कीटनाशक होने की वजह से फसल में लगने वाले लगभग सभी प्रकार के कीटों को नियंत्रण करने में कारगर साबित होता है।

·         वेकवार्ड फ़ामिंग में सबसे बेहतरीन विकल्प - वैकयार्ड वेजिटेबल फार्मिंग (घरेलू बगीची में कीट-पतंगे ओर बीमारियों से फसल को बचाने के लिए नीम का तेल एक बेहतरीन विकल्प है। इससे फसल पर कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है।

·         प्राकृतिक परागण के लिए फ़ायदेमंद - फसल में प्राकृतिक परागण के लिए मधुमक्खी, तितली, गनफ्लाई जैसे मित्र कीटों के भूमिका काफी अहम है। नीम के तेल के छिड़काव से इनके ऊपर कोई असर नहीं पड़ता है।

·         केंचुओं के लिए सुरक्षित - केंचुआ मिट्टी को भुटभुटी बनाकर ऑक्सीजन और पोषक तत्वों के गतिविधियों को बढ़ाता है जो पौधे के लिए अति आवश्यक है। नीम के तेल के छिड़काव से इनके ऊपर कोई असर नहीं पड़ता है।

·         कीट के जीवन चक्र के हर चरण पर असरदार - यह फसल पर लगने वाले कीटों के अंडे, लाव जीवन चक्र के सभी चरणों पर अपना असर डालता है।

·         पालतू पशुओं के लिए नुकसानदायक नहीं - जिस खेत में हम फसल उगाते हैं, उसी खेत के घास काटकर अपने पशुओं को खिलाते हैं। लेकिन, फसल में रासायनिक उत्पादों का प्रयोग हमेशा पशुओं के लिए एक डेथ जोन के समान होता है। जबकि नीम के तेल पर आधारित कीटनाशक सभी जीव- पशुओं के लिए पूरी तरह से सुरक्षित है।

·         पर्यावरण और वातावरण के लिए सुरक्षित - रासायनिक उर्वरक और कीटनाशक का प्रयोग मिट्टी, हवा, पानी को प्रदूषित करने में अहम भूमिका निभाता है। जबकि नीम तेल से बने कीटनाशक से पर्यावरण और वातावरण पर कोई असर नहीं पड़ता है यह अपघटित होकर आसानी से वातावरण में मिल जाता है।

·         मच्छरों पर कारगर - नीम के तेल से बने कीटनाशक के नियमित प्रयोग से फसलों पर लगने वाले मच्छरों में आसानी से निजात मिल जाता है।